हाल ही में अमेरिकी विदेश नीति को लेकर चर्चाओं में फिर से वेनेज़ुएला सुर्खियों में है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन न केवल सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहा है , बल्कि वेनेज़ुएला को लेकर बेहद आक्रामक भाषा भी इस्तेमाल कर रहा है।

युद्ध का संकेत: "डिपार्टमेंट ऑफ वॉर"

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका ने अपने रक्षा मंत्रालय का नाम बदलकर "डिपार्टमेंट ऑफ वॉर" कर दिया। यह सिर्फ नाम बदलना नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश देना है कि अमेरिका किसी भी हाल में संघर्ष के लिए तैयार है।

असली मकसद: तेल के भंडार

यह भी बताया गया है कि इस संभावित हमले के पीछे असली कारण वेनेज़ुएला के तेल के विशाल भंडार हैं। दुनिया के सबसे बड़े कच्चे तेल भंडार वेनेज़ुएला के पास हैं, और अमेरिका हमेशा से इन्हें अपनी रणनीतिक पकड़ में रखना चाहता है।

Latin अमेरिका के लिए खतरा

अगर अमेरिका ने वेनेज़ुएला पर हमला किया, तो इसके गंभीर परिणाम पूरे latin अमेरिकी महाद्वीप को भुगतने पड़ सकते हैं। आर्थिक अस्थिरता, क्षेत्रीय संघर्ष और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ना तय है। वीडियो के निष्कर्ष में कहा गया है कि वेनेज़ुएला की किस्मत पूरी तरह से ट्रंप के फैसले पर टिकी है।

वैश्विक असर

संभावित अमेरिकी हमले का असर सिर्फ वेनेज़ुएला तक सीमित नहीं रहेगा। इससे वैश्विक तेल बाज़ार, क्षेत्रीय गठबंधन और अमेरिका-लातिन अमेरिका संबंध पूरी तरह बदल सकते हैं।